मुझे अक्सर दो अलग-अलग ऑफीसों में जाना होता है। दोनों स्थानों पर आनंद नाम का एक-एक ऑफीस सहायक है। दोनों छोटे पद पर हैं, लेकिन पूरी जिम्मेदारी, निष्ठा और सकारात्मक दृष्टिकोण के साथ काम करते हैं। दोनों आनंद ऑफीस की मुलाकात पर आने वाले हर
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अक्सर बिज़नेस में, पुराने लोगों की जड़ता और भावनाओं की अपरिपक्वता आगे बढ़ने में बाधा बन जाती है। पुराने लोग हमे शुरुआती सालों में बहुत काम में आए होते हैं । लेकिन बिज़नेस की साइझ बढ़ने से समस्याओं का प्रकार भी बदलता है। इस में कई बदलाव करने
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हमारे बच्चे और हमारे स्टाफ के सदस्य वह नहीं करते जो हम उन्हें कहते हैं। वो ऐसा ही करेंगे जो हम करते है। यदि उनको सुधारना है, तो आत्म-सुधार के साथ शुरूआत करनी होगी। उपदेश देने से पहले उसकी योग्यता प्राप्त
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जब आप कुछ दिनों के लिए घर से बाहर जाते हैं, तो परिवार के सदस्य आपको याद करते हैं, मीस करते हैं, आपकी वापसी की प्रतीक्षा करते हैं, है ना? लेकिन जब आप अपने ऑफिस, दुकान, कारखाने में कुछ दिन अनुपस्थित
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लोगों के एटीट्यूड-रवैये पर ध्यान दें, न कि केवल स्कील्स-कौशल पर। एक नए कर्मचारी को नियुक्त करते समय केवल उसके डिग्री या उसके अनुभव के वर्षों पर ही ध्यान न दें। यह सब तो देखें ही, लेकिन उसके रवैये पर मुख्य ध्यान दें। उसके नजरिए को
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पुरानी चाबियों से नये जमाने के आधुनिक ताले नहीं खुलेंगे। आज की नई समस्याओं से छुटकारा पाने के लिए हमें एक नई विचारधारा अपनानी होगी। यदि आप आने वाले कल में सफल होना चाहते हैं, तो आज के रुझान के अनुसार अपने व्यवहार को बदलें। (Expert
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मीटिंग्स मे सिर्फ़ बातें ही हों, और क्या करना है उसकी कोई नोट्स ना लेता हो तो ऐसी मीटिंग के बाद कोई परिणाम नहीं आएगा। सोसाइटी की बैठकों में, अक्सर ऐसे प्रतिबद्धताओं के बिना कई विचार-विमर्श होते हुए देखे जाते हैं। समय ओर शक्ति के
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अपने बिज़नेस में अग्रणी बने रहने के लिए, हमें हमेशा कुछ नया करते रहना चाहिए। नया करने के लिए हमें प्रयोग करते रहना होगा। और उन में से कुछ प्रयोग विफल भी हो सकते हैं। सच्चे बिज़नेसमैन ने ऐसी कई असफलताओं को पचाया होता है। हर सफलता के
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कर्मचारियों को कुछ प्रशिक्षण-ट्रेनिंग देने के लिए आयोजित मीटिंग्स में कोई एक व्यक्ति ही बोल रहा हो और बाकी लोग सुनते हों यह ठीक है। लेकिन मीटिंग अगर बॉस के साथ चर्चा के लिए, समीक्षा या रिपोर्टिंग के लिए हो और उस में सिर्फ एक या दो लोग
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आप अपनी कंपनी में जो भी गतिविधियाँ करते हैं, यह सब पूरी ईमानदारी और निष्ठा से करें। उसमें कोई अपवाद, कोई गलत वायदा या कोई बहाना नहीं होना चाहिए। बेईमानी से शॉटकार्ट मारा जा सकता होगा, लेकिन बिज़नेस में अंत में तो ईमानदारी ही टिकती है।
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कभी-कभी ऐसा डायलोग सुनने को मिलता है: “क्या हमारे कर्मचारी या मैनेजर इतना भी नहीं समझते?” यदि हमारे सभी लोग यह समझते कि हमारे बिज़नेस में क्या करना है, तो हर कोई अपना स्वयं का बिज़नेस चलाता होता। हर कोई खुद ही अपने बिज़नेस का मालिक होता। हमें काम करनेवाले कोई मिलते ही
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जितना कि हमारे बिज़नेस का लक्ष्य हो, हमारे पास एक उतनी ही मजबूत टीम होनी चाहिए। यदि हम अपनी टीम में विभिन्न विशिष्टताओं वाले लोगों को शामिल कर सकते हैं और उन सभी को एक साथ काम करने के लिए प्रेरित कर
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स्टाफ के एक सदस्य ने ग़लती की। शेठ भड़क गए। जोर से सब सुनें ऐसे बोलने लगेः “तुम लोगों को कुछ नहीं आता। सब के सब निकम्मे हो। यहां आकर खाली काम बढ़ाते हो।” जब एक आदमी की ग़लती का फीडबैक देते समय “तुम लोगों को”, “तुम सब को”
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व्यापार या जीवन में हम जो कुछ नहीं समझते उससे बहुत डरते हैं। यह अज्ञानता का भय है। हम जो कुछ भी नहीं समझते हैं, उस बारे में जो कोई भी जानकार है, उससे परामर्श करना चाहिए। जिस मार्ग पर आप कभी गए नहीं हैं, उस मार्ग के मार्गदर्शक
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बिना वजह लंबी मीटिंग्स न करें कंपनियों के लिए मीटिंग्स आवश्यक हैं, और जरूरत के अनुसार मीटिंग्स होनी चाहिए। लेकिन हर मीटिंग की एक निश्चित अवधि होनी चाहिए। अक्सर कंपनियों में 15 मिनट के लिए शुरू हुई मीटिंग कई घंटों तक चलती रहती है। निरर्थक चर्चाओं में समय बरबाद होता रहता है।
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ग्राहकों को राहत महसूस हो, उनकी कठिनाइयां कम हों, उन्हें कुछ लाभ हो, दुनिया में हमारी उपस्थिति से कुछ सुधार हो ऐसी सकारात्मक सोच के साथ चलनेवाले बिज़नेस ज्यादातर सफल होते हैं। येन केन प्रकारेण केवल अपनी पैसों की कमाई के एकमात्र उद्देश्य से शुरू किए गए बिज़नेस सामान्यतः
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लोगों की मजबूरियां समझो एक बार एक शेठ दोपहर बाद अपनी कंपनी में राउन्ड मारने निकले। इतने में उन्होंने देखा कि एक आदमी आँखें बंद कर के कुर्सी पर सो रहा है। शेठ भड़क गए और सार्वजनिक रूप से, सबके सामने उसको चिल्ला कर डांटने लगे: “आप
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हम सब कुछ केवल अपने खुद के अनुभवों से ही नहीं सीख सकते। यदि हम केवल अपनी गलतियों से ही सीखते हैं, तो हमारी सीखने की गति कम ही रहेगी। अगर हम बिज़नेस में तेजी से आगे बढ़ना चाहते हैं, तो अन्यों के अनुभव और गलतियों से भी सीखना
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