- अगर हम परिवार के सदस्यों को व्यवसाय में कर्मचारियों के रूप में शामिल करना चाहते हैं, तो यह योग्यता के आधार पर अधिक होना चाहिए, न कि अधिकार के रूप में ।
- यदि कंपनी में शामिल होने के इच्छुक नए सदस्य मालिक-परिवार के सदस्य हैं और अंततः स्वामित्व के अपने हिस्से का वारिस बनने जा रहे हैं, तो व्यवसाय में कर्मचारी के रूप में उनके लिए शामिल होना स्वतः नहीं होना चाहिए, बल्कि यह उनकी योग्यता, अनुभव और नौकरी में उपयुक्तता पर आधारित होना चाहिए ।
- परिवार के नए सदस्य को एक कर्मचारी के रूप में कंपनी में शामिल होने से पहले, उन्हें निम्नलिखित चीजों को स्पष्ट किया जाना चाहिए:
- क्या व्यवसाय को इस नए परिवार के सदस्य को कर्मचारी के रूप में शामिल करने की आवश्यकता है?
- क्या व्यवसाय इस कर्मचारी के मुआवजे के खर्च को वहन कर सकेगा?
- क्या यह कंपनी में काम कर रहे परिवार के अन्य सदस्यों के बीच कोई भ्रम, असुरक्षा या गलतफहमी पैदा करेगा?
- क्या यह कंपनी में काम कर रहे गैर-परिवार के सदस्य कर्मचारियों के बीच कोई भ्रम, असुरक्षा या गलतफहमी पैदा करेगा?
- क्या व्यक्ति नौकरी लेने के लिए योग्य और अनुभवी है?
- अगर मान लीजिए कि व्यक्ति मालिक परिवार का सदस्य नहीं है, तो क्या उसे फिर भी योग्यता के आधार पर चुना जा सकता है?
- अगर परिवार का सदस्य नया है, तो सलाह दी जाती है कि उन्हें व्यवसाय में पहले प्रशिक्षु के रूप में शामिल किया जाए। इससे उन्हें नौकरी का पहला अनुभव और नियोक्ता के रूप में अच्छी या बुरी विशेषताओं के बारे में जानकारी भी मिल जाएगी।
- अपनी प्रशिक्षण अवधि के दौरान, उन्हें एक सामान्य कर्मचारी के रूप में कंपनी में काम करने की प्रक्रिया के माध्यम द्वारा जाना चाहिए। उनसे किसी अन्य कर्मचारी की तरह ही व्यवहार किया जाना चाहिए और सभी लागू नियमों का पालन उन्हें करना चाहिए। उन्हें भी उसी तरह मुआवजा दिया जाना चाहिए।
- प्रशिक्षण अवधि के बाद, यदि व्यवसाय स्वामी(ओं) को लगता है कि नया व्यक्ति सक्षम है और स्वयं कुछ नेतृत्व की जिम्मेदारी लेने के लिए उपयुक्त है, केवल तब ही उन्हें कंपनी में उचित नेतृत्व की स्थिति दी जानी चाहिए। यह निर्णय सभी हितधारकों या भागीदारों द्वारा पूरी तरह से निष्पक्ष हो कर सामूहिक रूप से लिया जाना चाहिए।
- यदि परिवार का नया सदस्य कंपनी का नेतृत्व करने के लिए उपयुक्त नहीं है, लेकिन उन्हें नियमित कर्मचारी के रूप में नियोजित किया जा सकता है, तो उन्हें मात्र योग्यता के आधार पर कंपनी में कोई गैर-नेतृत्व की स्थिति दी जानी चाहिए। यहाँ भी, उन्हें सामान्य मूल्यांकन प्रक्रिया से गुजरना होगा और उन्हें अन्य सामान्य कर्मचारियों पर लागू सभी नियमों का पालन करना होगा।
- कई बार, यह देखा जाता है कि कुछ अक्षम या अनुपयुक्त परिवार के सदस्यों को एक कंपनी में कोई पद दिया जाता है, जिसके प्रति वे कोई न्याय नहीं कर पाते हैं और कंपनी को उनकी अज्ञानता, अपरिपक्वता या अन्य मर्यादाओं के कारण बहुत नुकसान पहुँचता है।
- एक व्यवसाय कोई परिवार नहीं है और किसी भी परिवार के सदस्य की अक्षमता को इसे प्रतिकूल रूप से प्रभावित करने की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए। ऐसे परिवार के सदस्यों को व्यवसाय से दूर रखा जाना चाहिए। व्यवसाय स्वामी(यों) ऐसे अनुपयुक्त परिवार के सदस्यों को “कंपनी से दूर रहने” के लिए मुआवजा देने का भी निर्णय ले सकते हैं। ऐसा मुआवजा उनके अनुचित कार्यों के कारण होने वाले नुकसान के परिणामों की तुलना में बहुत सस्ता साबित होगा।
- अगर हम सामान्य योग्यता वाले लोगों के द्वारा अपना कारोबार चलाने देते हैं, तो हम सामान्य व्यवसाय ही करेंगे। इस सामन्यता को दूर रखने के लिए कुछ मामूली राशि का भुगतान करने की अपेक्षा उच्च कीमत का भुगतान करना है। हाँ, यह कड़वा और कठिन है, लेकिन व्यवसाय के हित में ऐसा करने का अधिकार है। व्यवसाय मालिक(ओं) के पास यह परिपक्वता का अधिकार होना चाहिए और यह सुनिश्चित करने के लिए उसे निष्पादित भी करना चाहिए कि उन लोगों के जाने के बाद खराब नेतृत्व के कारण व्यवसाय को कहीं छिन्न-भिन्न होने के दौर से न गुजरना पड़े।
- अगर किसी कारण से ऐसे लोगों को व्यवसाय से बाहर नहीं रखा जा सकता है, तो उन्हें कुछ सजावटी स्थिति का काम दिया जाना चाहिए, जो कंपनी के कामकाज को प्रभावित नहीं करता हो।
- याद रखें, ये परिवार के सदस्य कंपनी के मालिक/ शेयरधारक बने रहेंगे व उस अधिकार से, उन्हें हमेशा कंपनी के लाभ का हिस्सा मिलता रहेगा, लेकिन कर्मचारी के रूप में व्यवसाय में शामिल होना मात्र योग्यता पर ही आधारित होना चाहिए।
- केवल उन परिवार के सदस्यों को लिया जाना चाहिए जो कंपनी में कुछ मूल्य जोड़ सकते हों । देयताओं अर्थात् लायबलिटीज का उचित तरीके से ध्यान रखा जाना चाहिए।
- कंपनी में काम कर रहे परिवार के सभी सदस्यों को अपने काम में बराबर प्रयास करना चाहिए। आदर्श रूप में, मालिक(ओं) के परिवार के होने के नाते, उन्हें अधिक प्रयास करना चाहिए।
- उन्हें कंपनी के नियमों के अनुसार समय पर आना चाहिए और जाना चाहिए।
- अगर उनके समय या छुट्टियों के संबंध में अलग व्यवहार किया जाता है, तो यह गैर-परिवार के अन्य कर्मचारियों को हतोत्साहित करने का कारण बन जाएगा।
- कंपनी में काम करने वाले परिवार के सदस्यों को मुआवजे या विशेषाधिकारों के मामले में कोई अनुचित लाभ नहीं दिया जाना चाहिए, जो अन्य समान या अधिक योग्य गैर-पारिवारिक कर्मचारियों को नहीं दिया जा रहा हो ।
- यदि कंपनी में एक से अधिक परिवार के सदस्य काम करते हैं, तो उनका मुआवजा उनके कार्य की प्रोफ़ाइल और स्थिति के अनुसार होना चाहिए। कंपनी में काम कर रहे परिवार के सभी सदस्यों को समान मुआवजा देना, अक्षम लोगों को अधिक भुगतान होगा व यह अधिक प्रभावी लोगों को हतोत्साहित कर सकता है।
- मुआवजे के बारे में फैसला करने का एकमात्र मानदंड, व्यवसाय में बिताए गए घंटों या दिनों की संख्या नहीं होना चाहिए। उत्पादित परिणामों की गुणवत्ता और वास्तविक निष्पादन, कर्मचारियों के रूप में काम कर रहे परिवार के सदस्यों के लिए मुआवजे के पैकेज का निर्णय लेने हेतु एकमात्र निर्देश-चिन्ह होना चाहिए।
- कंपनी में उनकी स्थिति और ओहदों पर भी यह लागू होता है।
- अगर कंपनी में काम कर रहे परिवार की कोई सदस्य किसी भी नियम का उल्लंघन करती है या उसे दंडित या हटाए जाने की जरूरत है, तो उसे अन्य कर्मचारियों के समान ही माना जाना चाहिए। कंपनी में प्रतिभा आधारित संस्कृति स्थापित करने के लिए ऐसा निष्पक्ष अप्रोच आवश्यक है।
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